Tuesday, 12 August 2025

विष्णु भगवान मंत्र —मंगलं भगवान विष्णुः मंगलं गरुडध्वजः।मंगलं पुण्डरीकाक्षः मंगलायतनो हरिः॥

मंगलं भगवान विष्णुः मंगलं गरुडध्वजः।
मंगलं पुण्डरीकाक्षः मंगलायतनो हरिः॥


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शब्दार्थ

मंगलं – कल्याणकारी, शुभ

भगवान विष्णुः – श्री विष्णु भगवान

गरुडध्वजः – जिनके ध्वज पर गरुड़ का चिन्ह है

पुण्डरीकाक्षः – कमल समान नेत्रों वाले

मंगलायतनः – शुभता के अधिष्ठान

हरिः – विष्णु का एक नाम (जो पाप और दुख हरते हैं)



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भावार्थ / अनुवाद

> "श्री विष्णु भगवान मंगलकारी हैं, गरुड़ध्वज मंगलकारी हैं, कमलनयन मंगलकारी हैं, और हरि, जो शुभता के निवास हैं, वे मंगलकारी हैं।"

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